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UPI पेमेंट करते समय 3 गलतियाँ जो आपको गरीब बना सकती हैं + बोनस टिप्स (2025)


भूमिका: UPI की सुविधा या जोखिम?

भारत में हर महीने 10,000 करोड़+ UPI लेनदेन होते हैं, लेकिन इसी के साथ यूपीआई फ्रॉड के मामले भी 300% बढ़े हैं। 2023 के एक सर्वे के मुताबिक, हर 5 में से 1 भारतीय यूपीआई स्कैम का शिकार हुआ है।

  • उदाहरण:
  • मुंबई की श्वेता को एक फेक “Electricity Bill Payment” लिंक पर क्लिक करने से ₹82,000 चोरी हुए।
  • दिल्ली के राहुल ने एक दुकानदार के QR कोड को स्कैन किया, लेकिन पेमेंट ₹500 की जगह ₹50,000 हो गया!

इस आर्टिकल में, आप सीखेंगे कि यूपीआई पेमेंट के दौरान किन 3 गलतियों से बचना है, और अगर धोखा हो जाए तो पैसे कैसे वापस पाएँ। साथ ही, सरकारी हेल्पलाइन और कानूनी उपायों की पूरी जानकारी!


गलती 1: फ़िशिंग लिंक पर क्लिक करना (“Payment Failed” या “Cashback” के झाँसे में)

स्कैम का पैटर्न:

  • मैसेज/ईमेल: “आपका UPI पेमेंट फेल हुआ है! लिंक क्लिक कर पेमेंट रीट्राई करें।”
  • कॉल: “आपने हमारे सर्वे में जीता ₹5000, लिंक पर क्लिक करके क्लेम करें।”

कैसे होता है फ्रॉड?

  1. लिंक क्लिक करते ही फेक UPI पेज खुलता है, जो असली जैसा दिखता है।
  2. आपसे UPI ID, पासवर्ड, या OTP माँगा जाता है।
  3. इस जानकारी से हैकर्स आपके अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।

बचाव के टिप्स:

  • लिंक कभी न खोलें: असली UPI ऐप्स (PhonePe, Google Pay) कभी लिंक नहीं भेजते।
  • Sender नंबर चेक करें: सरकारी मैसेज सिर्फ़ 6-अंकों वाले नंबर (जैसे AD-UPIIC) से आते हैं।
  • असली वेबसाइट: UPI से जुड़े काम सिर्फ़ https://www.npci.org.in जैसी ऑफिशियल साइट्स पर करें।

गलती 2: QR कोड बिना चेक किए स्कैन करना (मर्चेंट/दोस्त के नाम पर)

स्कैम का पैटर्न:

  • दुकानदार का QR कोड: कुछ दुकानदार फेक QR कोड लगा देते हैं, जो उनके अकाउंट की जगह हैकर्स के अकाउंट से जुड़े होते हैं।
  • सोशल मीडिया QR कोड: “मुझे पैसे भेजो, यह QR कोड स्कैन करो” – दोस्त के अकाउंट हैक होने पर ऐसे मैसेज आते हैं।

कैसे बचें?

  1. UPI ऐप में मर्चेंट का नाम चेक करें: QR स्कैन करने के बाद, पेमेंट पेज पर मर्चेंट का वास्तविक नाम मैच करें।
  2. स्कैन करने से पहले 3 सेकंड रुकें: QR कोड के नीचे लिखे UPI ID (जैसे xyz@oksbi) को पढ़ें।
  3. प्राइवेट QR कोड न स्कैन करें: सार्वजनिक जगहों पर लगे QR कोड (पार्क, दीवारों पर) से बचें।

गलती 3: “Collect Request” या “उधार लेना” ऑप्शन को न समझना

स्कैम का पैटर्न:

  • फेक कलेक्ट रिक्वेस्ट: हैकर्स आपको “Collect Money” रिक्वेस्ट भेजते हैं। अगर आप Approve कर दें, तो आपके अकाउंट से पैसे कट जाएँगे।
  • उधार के झाँसे में: “मुझे ₹10,000 चाहिए, UPI से उधार दे दो। कल वापस कर दूँगा।” – ऐसे मैसेज भेजकर पैसे लेकर गायब हो जाना।

कैसे बचें?

  • कलेक्ट रिक्वेस्ट को इग्नोर करें: बिना पहचान के रिक्वेस्ट्स को Decline कर दें।
  • UPI ऋण से बचें: सोशल मीडिया पर “UPI से तुरंत लोन” के विज्ञापनों पर भरोसा न करें।
  • ट्रस्टेड कॉन्टैक्ट्स: सिर्फ़ उन्हीं लोगों को पैसे भेजें जिन्हें आप जानते हैं और भरोसा करते हैं।

बोनस गलती: UPI PIN को लापरवाही से हैंडल करना

  • कॉल पर PIN शेयर करना: “मैं बैंक से बोल रहा हूँ, पेमेंट पूरा करने के लिए UPI PIN बताएँ।”
  • पब्लिक वाई-फाई पर UPI इस्तेमाल करना: हैकर्स नेटवर्क ट्रैफ़िक से PIN चुरा सकते हैं।

सुरक्षा टिप्स:

  • UPI PIN कभी किसी के साथ शेयर न करें – बैंक कभी नहीं पूछता!
  • यूपीआई लाइट (UPI Lite): छोटे पेमेंट्स के लिए बिना PIN के फ़ीचर इस्तेमाल करें।

यूपीआई फ्रॉड के लक्षण: कैसे पहचानें?

  • अनचाहे ट्रांजैक्शन अलर्ट: अकाउंट में अज्ञात पेमेंट्स दिखाई देना।
  • बार-बार OTP आना: बिना पेमेंट किए OTP मैसेज आना।
  • अकाउंट लॉक होना: बिना वजह अकाउंट ब्लॉक होने की नोटिफिकेशन।

अगर फ्रॉड हो जाए, तो क्या करें? (स्टेप-बाय-स्टेप)

  1. तुरंत बैंक/UPI ऐप को सूचित करें:
  • फोन पे: ☎️ 0120-4456-456
  • Google Pay: ऐप में Help & SupportReport a issue
  1. पुलिस में शिकायत दर्ज कराएँ:
  1. ट्रांजैक्शन डिटेल्स सेव करें: UPI Ref Number (UPIRef123456), टाइमस्टैम्प, स्क्रीनशॉट।
  2. सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करें: अगर फ्रॉडर्स ने आपकी पर्सनल जानकारी लीक की है।

भारतीय कानूनी प्रावधान

  • IT Act 2000, धारा 66C: UPI पिन या पासवर्ड चुराना 3 साल की जेल + ₹1 लाख जुर्माना।
  • धारा 66D: फेक यूपीआई आईडी बनाकर पैसे ऐंठना 7 साल की जेल
  • क्या करें?
  • FIR दर्ज कराएँ और सबूत (मैसेज, बैंक स्टेटमेंट) पुलिस को सौंपें।
    उदाहरण: हैदराबाद की एक महिला ने UPI फ्रॉड की शिकायत कर ₹2.5 लाख वापस पाए।

यूपीआई पेमेंट के लिए सुरक्षा चेकलिस्ट

  • [ ] UPI PIN कभी शेयर न करें।
  • [ ] QR कोड स्कैन करने से पहले मर्चेंट का नाम चेक करें।
  • [ ] “Collect Request” सिर्फ़ ट्रस्टेड कॉन्टैक्ट्स से स्वीकार करें।
  • [ ] बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन (फिंगरप्रिंट/फेस आईडी) चालू करें।

Download Checklist


FAQs: यूपीआई फ्रॉड से जुड़े सवाल

Q1. क्या UPI पेमेंट रद्द किया जा सकता है?
A. नहीं! एक बार पेमेंट हो जाने पर रिफंड सिर्फ़ रिसीवर कर सकता है। इसलिए ट्रांजैक्शन से पहले डिटेल्स चेक करें।

Q2. अगर मैंने गलत UPI ID पर पैसे भेज दिए, तो क्या करूँ?
A. तुरंत बैंक से संपर्क करें। अगर अकाउंट एक्टिव है, तो NPCI मध्यस्थता में पैसे वापस मिल सकते हैं।

Q3. UPI पर दिन में कितने पेमेंट कर सकते हैं?
A. ज़्यादातर बैंकों में दैनिक लिमिट ₹1 लाख है। लेकिन इसे सेटिंग्स में कम कर सकते हैं।


निष्कर्ष: सतर्कता ही सुरक्षा है!

यूपीआई ने पेमेंट को आसान बनाया है, लेकिन गलतियाँ आपको मिनटों में गरीब बना सकती हैं। थोड़ी सावधानी और जागरूकता से आप स्कैमर्स को मात दे सकते हैं।

अगला कदम:

  1. इस आर्टिकल को अपने व्हाट्सऐप स्टेटस और फैमिली ग्रुप्स पर शेयर करें।
  2. NPCI की ऑफिशियल सुरक्षा गाइड पढ़ें: https://www.npci.org.in/what-we-do/upi/security-advice

🔐 सुरक्षित रहें, सजग रहें!

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