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Facebook पर Fake Profile से बचने के लिए Privacy Settings की A-Z जानकारी (2025)


भूमिका: फेसबुक फेक प्रोफाइल्स का बढ़ता खतरा

भारत में हर महीने 50,000+ फेक फेसबुक प्रोफाइल्स बनाई जाती हैं, जो उपयोगकर्ताओं को ठगने, ब्लैकमेल करने और डेटा चुराने के लिए इस्तेमाल होती हैं।

  • उदाहरण:
  • हैदराबाद की रीता को एक फेक प्रोफाइल से मैसेज आया: “आपकी फोटो वायरल हो रही है! लिंक क्लिक करके रिपोर्ट करें।” लिंक क्लिक करते ही उसका अकाउंट हैक हो गया।
  • दिल्ली के राहुल के नाम से बनी फेक प्रोफाइल ने उसके दोस्तों से ₹5000 उधार लिए।

इस आर्टिकल में, आप सीखेंगे कि फेसबुक की प्राइवेसी सेटिंग्स और टूल्स की मदद से फेक प्रोफाइल्स से कैसे बचें। साथ ही, अगर आपका अकाउंट हैक हो जाए, तो क्या करें?


भाग 1: फेक प्रोफाइल्स की पहचान कैसे करें?

फेक प्रोफाइल्स को पहचानने के लिए इन 5 संकेतों पर ध्यान दें:

  1. प्रोफाइल फोटो:
  • Google Reverse Image Search करें। अगर फोटो इंटरनेट पर कहीं और मिल जाए, तो प्रोफाइल फेक है।
  • ब्लर या लो-क्वालिटी प्रोफाइल पिक्चर होना।
  1. फ्रेंड्स लिस्ट:
  • फेक प्रोफाइल्स में 50-100 फ्रेंड्स होते हैं, जिनमें ज़्यादातर एक्टिव नहीं होते।
  1. पोस्ट्स और टैग्स:
  • कोई पर्सनल पोस्ट न होना या सिर्फ शेयर किए गए पोस्ट्स होना।
  • आपको बिना मतलब के फोटो/पोस्ट्स में टैग करना।
  1. अकाउंट की उम्र:
  • “1 महीने पुराना अकाउंट” होना। असली प्रोफाइल्स आमतौर पर 1 साल से पुरानी होती हैं।
  1. संदिग्ध लिंक्स:
  • मैसेज में “अर्जेंट” लिंक भेजना, जैसे: “आपका अकाउंट हैक हो गया है! पासवर्ड रीसेट करें।”

भाग 2: फेसबुक प्राइवेसी सेटिंग्स की A-Z गाइड

स्टेप 1: प्रोफाइल को प्राइवेट बनाएँ (Private Account Settings)

  1. फेसबुक ऐप खोलें → तीन लाइन्स (☰)Settings & PrivacySettings
  2. Privacy सेक्शन में जाएँ → Your Activity
  3. “Who can see your future posts?” पर क्लिक करें → Friends चुनें।
  4. “Limit Past Posts” पर क्लिक करें → पुराने पोस्ट्स को भी प्राइवेट कर दें।

फायदा: सिर्फ आपके दोस्त ही आपकी पोस्ट्स, फोटो और प्रोफाइल डिटेल्स देख पाएँगे।


स्टेप 2: टैगिंग रिव्यू चालू करें (Tagging Approvals)

  1. SettingsProfile and Tagging पर जाएँ।
  2. “Review tags people add to your posts” और “Review posts you’re tagged in” को On करें।
  3. “Who can see posts you’re tagged in?”Friends चुनें।

क्यों ज़रूरी? कोई भी आपको टैग करेगा, तो वह पोस्ट आपकी अनुमति के बिना प्रोफाइल पर नहीं दिखेगी।


स्टेप 3: फ्रेंड रिक्वेस्ट्स को फ़िल्टर करें (Fake Profiles से बचाव)

  1. SettingsPrivacy“Who can send you friend requests?”
  2. “Friends of Friends” चुनें (अजनबियों की रिक्वेस्ट्स ऑटो-ब्लॉक हो जाएँगी)।

Pro Tip: अगर आपको कोई संदिग्ध प्रोफाइल फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे, तो:

  • प्रोफाइल पर जाएँ → तीन डॉट्स“Report Profile”“Fake Account” चुनें।

स्टेप 4: लोकेशन और पर्सनल इंफो छुपाएँ

  1. SettingsProfile Information पर जाएँ।
  2. Contact and Basic Info में जाकर फ़ोन नंबर, ईमेल और जन्मतिथि को “Only Me” पर सेट करें।
  3. “Location History”Off करें।

चेतावनी: जन्मतिथि को पब्लिक रखने से हैकर्स आपके पासवर्ड का अंदाज़ा लगा सकते हैं।


स्टेप 5: टू-फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें

  1. SettingsSecurity and Login“Use two-factor authentication”
  2. Text Message (SMS) या Authentication App चुनें।
  3. 6-अंकों का कोड डालकर सेटअप पूरा करें।

फायदा: अगर कोई फेक प्रोफाइल आपका पासवर्ड चुरा भी ले, तो OTP के बिना लॉगिन नहीं कर पाएगा।


भाग 3: फेक प्रोफाइल्स को रिपोर्ट करने का तरीका

  1. फेक प्रोफाइल पर जाएँ → तीन डॉट्स“Find support or report profile”
  2. “Pretending to Be Someone” चुनें → “Me” या “A Friend” सेलेक्ट करें।
  3. सबूत अपलोड करें (जैसे असली प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट) → Submit

समयसीमा: फेसबुक 24-48 घंटे में एक्शन लेता है। रिपोर्ट की स्थिति Support Inbox में चेक करें।


भाग 4: अगर आपका अकाउंट हैक हो जाए, तो क्या करें?

  • तुरंत ये स्टेप्स फॉलो करें:
  1. फेसबुक अकाउंट रिकवर पेज पर जाएँ → “My Account Is Compromised” चुनें।
  2. अपना ईमेल/फोन नंबर डालें → रिकवरी कोड के लिए “Send Code” दबाएँ।
  3. नया पासवर्ड सेट करें और सभी डिवाइसेस से “Log Out” करें।
  • साइबर क्राइम रिपोर्ट करें:
  • https://cybercrime.gov.in/ पर फ़ॉर्म भरें या 1930 पर कॉल करें।

भाग 5: भारतीय कानूनी प्रावधान

  • IT Act 2000, धारा 66D: किसी और की पहचान चुराकर फेक प्रोफाइल बनाना 3 साल की जेल और ₹1 लाख जुर्माने का अपराध।
  • धारा 66E: किसी की प्राइवेट फोटो/वीडियो शेयर करना 3 साल की जेल
  • क्या करें?
  • FIR दर्ज कराएँ और फेक प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट सबूत के तौर पर दें।
  • न्यायालय में “Cyber Cell” की मदद लें।

भाग 6: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. फेक प्रोफाइल बनाने वाले का नंबर कैसे पता करें?
A. नहीं, फेसबुक यूजर का नंबर नहीं दिखाता। लेकिन पुलिस साइबर सेल IP एड्रेस ट्रैक कर सकती है।

Q2. क्या फेसबुक फेक प्रोफाइल डिलीट करने के लिए पैसे लेता है?
A. नहीं! फेसबुक की रिपोर्टिंग प्रक्रिया पूरी तरह फ़्री है। कोई भी व्यक्ति “Verification Fee” के नाम पर ठगी कर सकता है।

Q3. फेक प्रोफाइल से मिले मैसेज्स कैसे डिलीट करें?
A. मैसेज ओपन करें → “Delete”“Delete for Everyone” चुनें। लेकिन यह फ़ीचर सिर्फ 10 मिनट तक काम करता है।


भाग 7: बोनस टिप्स – फेसबुक को और सुरक्षित बनाएँ

  1. बायोमेट्रिक लॉक: फेसबुक ऐप को फिंगरप्रिंट/फेस आईडी से लॉक करें (Settings → Privacy → App Lock)।
  2. अलर्ट्स चालू करें: “Get alerts about unrecognized logins” से अनजान लॉगिन पर SMS/ईमेल पाएँ।
  3. सिक्योरिटी चेकअप: Settings → Security and Login → “Security Checkup” से अकाउंट स्कैन करें।

निष्कर्ष: सतर्कता ही सुरक्षा है

फेसबुक पर फेक प्रोफाइल्स से बचने के लिए, नियमित रूप से अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें और दोस्तों को भी जागरूक करें। याद रखें: “Prevention, Cure से बेहतर है!”

अगला कदम:

  1. इस आर्टिकल को अपने फेसबुक प्रोफाइल/व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर शेयर करें।
  2. हमारे फ्री वेबिनार में जुड़ें: “सोशल मीडिया सुरक्षा के गुर” (रजिस्टर करें: hackingsebachav.com/webinar)।

🔒 सुरक्षित रहें, सावधान रहें!

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